"30 उड़ानों को बम धमकी: इंडिगो, विस्तारा और एयर इंडिया अलर्ट पर, सुरक्षा जांच जारी"

19 अक्टूबर 2024 को भारतीय विमानन उद्योग को एक गंभीर चुनौती का सामना करना पड़ा जब इंडिगो, विस्तारा, और एयर इंडिया की 30 से अधिक उड़ानों को बम धमकियां मिलीं। इन धमकियों ने न केवल घरेलू बल्कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को भी प्रभावित किया, जिससे यात्री और सुरक्षा कर्मी अलर्ट पर आ गए। सोशल मीडिया के माध्यम से मिली इन धमकियों के बाद, सभी संबंधित एयरलाइंस ने सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया और त्वरित कार्रवाई की।
घटनाओं का क्रम
विशेष रूप से विस्तारा की पांच अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को निशाना बनाया गया, जिनमें से कुछ प्रमुख उड़ानें थीं सिंगापुर से मुंबई (UK106), मुंबई से फ्रैंकफर्ट (UK027), और दिल्ली से बैंकॉक (UK121)। इसके अलावा, इंडिगो की कई महत्वपूर्ण उड़ानें, जैसे मुंबई से इस्तांबुल और हैदराबाद से चंडीगढ़ जाने वाली उड़ानें भी धमकियों के दायरे में आईं। एयर इंडिया की कुछ उड़ानें भी इन धमकियों का शिकार बनीं, जिसमें कई अंतरराष्ट्रीय गंतव्य शामिल थे।
जब ये धमकियां आईं, तब इन उड़ानों में सैकड़ों यात्री सवार थे। सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत कार्रवाई की और सभी विमानों की गहन जांच की गई। सुरक्षा एजेंसियों ने प्रत्येक उड़ान को सुरक्षित स्थान पर ले जाकर उनकी जांच की। जांच के बाद यह स्पष्ट हुआ कि अधिकतर धमकियां झूठी थीं, लेकिन सुरक्षा के मद्देनजर सभी एहतियात बरती गईं।
सुरक्षा और सतर्कता
इन बम धमकियों के बाद, विमानन सुरक्षा बल (CISF) और अन्य सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गईं। हर उड़ान और एयरपोर्ट पर सुरक्षा बढ़ा दी गई। सभी प्रभावित विमानों को अलग-अलग जगहों पर ले जाकर उनकी गहन जांच की गई। यात्री और चालक दल के सदस्यों को सुरक्षित रूप से विमान से उतारा गया, और उड़ानों को अस्थायी रूप से रद्द किया गया या विलंबित किया गया।
बम धमकियों के बावजूद, सुरक्षा एजेंसियों ने शांतिपूर्वक स्थिति को संभाला और हर एक विमान की जांच की गई। इंडिगो, विस्तारा, और एयर इंडिया के प्रवक्ताओं ने कहा कि उन्होंने अपने सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन किया और यात्री सुरक्षा उनकी प्राथमिकता रही।
जांच और परिणाम
सुरक्षा एजेंसियों ने जांच शुरू कर दी है और धमकियों के स्रोत का पता लगाने के लिए साइबर क्राइम यूनिट को भी शामिल किया गया है। प्रारंभिक जांच के अनुसार, अधिकांश धमकियां सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से मिली थीं, जिससे यह अंदेशा जताया जा रहा है कि यह एक संगठित प्रयास हो सकता है।
संभावित कारण और उपाय
यह पहली बार नहीं है जब भारतीय एयरलाइंस को इस तरह की धमकियों का सामना करना पड़ा है। हाल के दिनों में बम धमकियों में वृद्धि देखी गई है, जो अक्सर झूठी साबित होती हैं। हालांकि, हर बार सुरक्षा एजेंसियों को इसे गंभीरता से लेना पड़ता है। सरकार और विमानन मंत्रालय ने इस पर गंभीर चिंता जताई है और उन दोषियों को पकड़ने के लिए सख्त कदम उठाने की बात कही है, जो इस प्रकार की धमकियां फैलाते हैं। ऐसे मामलों में दोषियों को पकड़ने के बाद उन्हें नो-फ्लाई सूची में डालने और कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की योजना बनाई जा रही है।
इस तरह की घटनाएं न केवल यात्रियों में भय का माहौल पैदा करती हैं बल्कि विमानन उद्योग के लिए भी एक बड़ी चुनौती होती हैं। हालाँकि, समय पर और सही ढंग से की गई सुरक्षा जांच से यह साबित हुआ है कि भारतीय सुरक्षा एजेंसियां ऐसी आपात स्थितियों से निपटने के लि
ए पूरी तरह सक्षम हैं।
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