Magdeburg Attack: मस्क ने चांसलर शोल्ज़ को बताया अयोग्य, मांगा इस्तीफा

हाल ही में जर्मनी के मैगडेबर्ग(magdeburg) शहर में एक क्रिसमस बाजार पर हुए हमले ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरीं। इस हमले में दो लोगों की मौत हुई और 60 से अधिक घायल हुए। घटना के बाद, अमेरिकी टेक उद्यमी एलन मस्क ने जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज़ को सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर कड़ी आलोचना का निशाना बनाया। मस्क ने शोल्ज़ को "अयोग्य मूर्ख" कहा और उनसे तुरंत पद छोड़ने की मांग की।
मस्क ने आव्रजन नीति पर उठाए सवाल
एलन मस्क ने इस हमले को जर्मनी की आव्रजन नीति से जोड़ा और इसे "अनियंत्रित जनसंख्या प्रवास" का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि जर्मनी की मौजूदा नीतियां देश की सुरक्षा और स्थिरता को खतरे में डाल रही हैं। मस्क ने जर्मनी की दक्षिणपंथी पार्टी 'ऑल्टरनेटिव फॉर जर्मनी' (AfD) का समर्थन करते हुए कहा कि यही पार्टी देश को बचा सकती है।
चांसलर शोल्ज़ की प्रतिक्रिया
जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज़ ने मस्क की टिप्पणियों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, "जर्मनी में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हर राय सही या जिम्मेदार होती है।" शोल्ज़ ने मस्क के सुझावों को "बाहरी हस्तक्षेप" के रूप में देखा और उन्हें जर्मनी की राजनीति से दूर रहने की सलाह दी।
घटना के पीछे संदिग्ध
पुलिस ने हमले के मामले में एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है, जो 2006 से जर्मनी में रह रहा सऊदी अरब का नागरिक है। शुरुआती जांच में पता चला है कि संदिग्ध के चरमपंथी विचार हो सकते हैं। इस घटना ने जर्मनी में सुरक्षा और आव्रजन नीति को लेकर नई बहस छेड़ दी है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
एलन मस्क की टिप्पणियों ने जर्मनी में राजनीतिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है। विशेषकर फरवरी 2025 में होने वाले चुनावों के मद्देनज़र, कई नेताओं ने मस्क के बयान को "अनावश्यक और विभाजनकारी" कहा है। विपक्षी दलों ने मस्क की टिप्पणियों का विरोध किया और उन्हें "गैर-जिम्मेदाराना" करार दिया।
मस्क और राजनीति
एलन मस्क पहले भी राजनीतिक मुद्दों पर अपनी राय रखते आए हैं। हालांकि, इस बार उन्होंने सीधे तौर पर एक विदेशी नेता से इस्तीफा मांगा है, जिससे उनकी टिप्पणियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गंभीरता से लिया जा रहा है।
जर्मनी में बढ़ते तनाव
यह घटना जर्मनी में आव्रजन और सुरक्षा नीति पर बहस को और तेज कर सकती है। दक्षिणपंथी दल AfD को हाल के महीनों में समर्थन मिला है, और मस्क की टिप्पणियां इस समर्थन को और बढ़ावा दे सकती हैं।
मस्क की मांग और उनकी टिप्पणियां जर्मनी की राजनीति में एक नई बहस का कारण बन गई हैं। जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज़ और उनकी सरकार के लिए यह समय चुनौतीपूर्ण है। आने वाले दिनों में, यह देखना दिलचस्प होगा कि मस्क की टिप्पणियों का जर्मनी की राजनीति और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्या असर पड़ता है।
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